"कमलवासिनी" ही करेगी जगत का कल्याण : जगद्गुरु वसंत विजयानंदगिरिजी महाराज

Jagadguru Vasant Vijayanandagiriji Maharaj
कृष्णगिरी पीठाधीश्वर के जगद्गुरु पदारोहण पट्टाभिषेक में अनेक ज्योतिर्लिंगों तीर्थों से आए महंतों ने वंदन कर दिया प्रसाद
कृष्णगिरी। Jagadguru Vasant Vijayanandagiriji Maharaj: सनातन हिंदू धर्म एवं साधु परंपरा में विश्व के सर्वोच्च पद जगद्गुरु के पदारोहण पट्टाभिषेक कार्यक्रम में श्री कृष्णगिरी पीठाधीश्वर परमहंस परिव्राजकाचार्य अनन्त श्री विभूषित जगद्गुरु 1008 परम पूज्यपाद श्री वसन्त विजयानन्द गिरी जी महाराज ने कहा कि कमल वासिनी, राजराजेश्वरी, जगत जननी देवी मां पद्मावती की करुणामई कृपा को लोक अर्थात् जगत के कल्याण के लिए व्यापक स्तर पर प्रवाहित करेंगे। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार भारतीय संस्कृति, सनातन एवं विविध धर्म के सम्मान में कमल फूल के निशान के माध्यम से विगत अनेक वर्षों से पीएम नरेंद्र मोदीजी वैश्विक स्तर पर हिंदुस्तान की पताका फहरा रहे हैं उसी अनुरूप ब्रह्मांड लोक की नायिका कमलवासिनी ही जगत कल्याण कराएगी। विश्व प्रसिद्ध श्रीपार्श्व पद्मावती शक्तिपीठ तीर्थ धाम में बाबा सोमनाथ, नागेश्वर, उज्जैन श्री महाकालेश्वर, ओंकारेश्वर, काशी विश्वनाथ, चिदंबरम नटराज मंदिर, अयोध्या, हनुमानगढ़ी द्वारका वृंदावन कांचीपुरम, तिरुनामलाई सहित अनेक तीर्थ स्थलों इत्यादि से पवित्र जल, प्रसाद, शॉल आदि लेकर संत, महंत इस आयोजन की गरिमा बढ़ाने जगद्गुरु के सम्मान में यहां पहुंचे थे। सभी ने ऐतिहासिक, दिव्य एवं भव्य पट्टाभिषेक आयोजन को वंदन करते हुए जगद्गुरु को बधाई प्रदान की। इस दौरान विश्व शांतिदूत एवं जगद्गुरु श्री वसंत विजयानंद गिरि जी महाराज ने सभी का स्वागत सत्कार कर भेंट उपहार प्रदान किये। इस दौरान उन्होंने अपने संदेश में कहा कि इस दुनिया में व्यक्ति के सुख-दुख का कारण उसी का प्रारब्ध कर्म हो सकता है, जिसे वे रोक तो नहीं सकते लेकिन दस महाविद्या के साधक के रूप में कमलवासिनी के भक्तों के दुख संकट अब ज्यादा दिन नहीं रह सकेंगे। यह संत के रूप में जगद्गुरु के तौर पर संतत्व की संकल्पना अर्थात गारंटी की गारंटी होगी। वे यह भी बोले कि व्यक्ति प्रथम दृष्टया अपने नजरिए को, विचारों को शुद्ध एवं पवित्र करे। साथ ही अपने दृष्टिकोण में दुख और चिंता को हावी न होने दें क्योंकि इस ब्रह्मांड में क्या होना है वह तय है, लेकिन हम अपनी परिकल्पना को दृढ़ निश्चय कर संकल्प सिद्धि से साकार भी कर सकते हैं एवं लोक कल्याणार्थ अपना योगदान दे सकते हैं। कार्यक्रम में कृष्णगिरी के पूर्व सांसद एवं राज्य भाजपा के प्रवक्ता सी नरसिम्हन, राष्ट्रीय सुरक्षा मंच के अध्यक्ष मयप्पन, माउंट आबू से कमिश्नर यशपाल सिंह राजपुरोहित, डॉ दिनेश गुरुजी, निखिल पंडितजी द्वारका, बावनगजा बालाजी धाम उड़ीसा से आचार्य भूपेंद्र मुनिजी, संत अमित दासजी, पंकज मुनिजी व डॉ वरुणमुनिजी सहित अनेक गणमान्यजनों ने अपनी विशिष्ट उपस्थिति के साथ विचार भी रखे। प्रांतीय भाजपा नेता ने कहा कि वसंत गुरुजी कृष्णगिरी क्षेत्र के प्राउड ही नहीं प्राइड भी है। आज कृष्णगिरी जिले को ग्लोबली पहचान पीठाधीश्वर एवं जगद्गुरु देव की कृपा से मिल रही है यह निश्चित ही तमिलनाडु के साथ-साथ भारत भर के लिए गौरव का विषय है। इससे पूर्व जगद्गुरु देव ने प्रातः के सत्र में विविध पूजा साधना के बाद गौ पूजा सेवा की। भगवान भैरव देव, पार्श्वनाथ भगवान, नागरानी कमलवासिनी मां पद्मावतीजी की वंदना आराधना की। फिर दोपहर में 16 दिवसीय हवन यज्ञ में आहुतियां का महा आरती के साथ विराम हुआ।कार्यक्रम में तीर्थ धाम से प्रकाशित मासिक पत्रिका कृपा प्रसाद के जगद्गुरु पदारोहण पट्टाभिषेक संस्करण का विमोचन भी किया गया। अनेक संगीतकारों ने भक्तिमय प्रस्तुतियां दी। आयोजन का सीधा प्रसारण थॉट योगा यूट्यूब चैनल पर लाइव प्रसारित किया गया। आगंतुक सभी श्रद्धालुओं को भी कृपा प्रसाद के साथ उपहार प्रदान किए गए। पूज्यपाद जगद्गुरु देव के पट्टाभिषेक के बाद पहला कार्यक्रम कर्नाटक की राजधानी बेंगलूरु में 14 से 22 मार्च तक आयोजित होगा। यह जानकारी तीर्थ धाम के डॉ संकेश छाजेड़ ने दी।